‘पुलिस पीड़ित महिला की मदद करने के बजाय उसके निजी जीवन में झांक रही है’: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने वैवाहिक क्रूरता मामले में कहा
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक महिला को उसके पति द्वारा उसके ससुराल के घर से बाहर निकाल दिए जाने के मामले से निपटने के लिए पुलिस द्वारा कथित उत्पीड़न करने के मामले में कहा कि प्रथम दृष्टया पुलिस का आचरण एक असंवेदनशील दृष्टिकोण का प्रदर्शन करता है।
न्यायमूर्ति जे जे मुनीर की खंडपीठ ने टिप्पणी की कि,
“प्रथम दृष्टया परिस्थितियों से संकेत मिलता है कि पुलिस इस मामले में पहले याचिकाकर्ता के निजी जीवन में झांक रही है, बजाय इसके कि उसकी कुछ मदद करे।”
Source Link