“सुप्रीम कोर्ट ने सात सितंबर 2021 से सुनवाई के लिए 40 मौत की सजा के मामलों को सूचीबद्ध किया
सुप्रीम कोर्ट ने 40 ‘मौत के मामलों’ की सात सितंबर 2021 से सुनवाई के संबंध में एक अधिसूचना जारी की है। अधिसूचना के अनुसार, ये मामलों को तीन जजों की बेंच के सामने सूचीबद्ध होंगे। इस सूची में उन दोषियों की चार पुनर्विचार याचिकाएं भी शामिल हैं, जिनकी अपील अदालत ने मौत की सजा को बरकरार रखते हुए खारिज कर दी थी। नारायण चेतनराम चौधरी और जितेंद्र @ जीतू नयनसिंह गहलोत निचली अदालत ने नारायण चेतनराम चौधरी और जितेंद्र उर्फ जीतू नयनसिंह गहलोत को एक गर्भवती महिला और दो छोटे बच्चों सहित पांच महिलाओं की हत्या का दोषी मानते हुए मौत की सजा सुनाई थी। इसके बाद पाँच सितंबर 2000 को सुप्रीम कोर्ट की न्यायमूर्ति के.टी. थॉमस और आर.पी. सेठी की खंडपीठ ने हाईकोर्ट के उस फैसले को बरकरार रखा था, जिसमें ट्रायल कोर्ट की मौत की सजा देने की सजा की पुष्टि की गई थी।