“रूस-यूक्रेन जंग से भी नहीं रुकेगा NATO का विस्तार, इसके पीछे है अमेरिकी कंपनियों का अरबों डॉलर का खेल”
रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से ही एक ऑर्गेनाइजेशन का नाम सबसे ज्यादा सामने आया है- NATO, जो अमेरिकी प्रभुत्व वाला 30 देशों का सैन्य संगठन है। NATO में यूक्रेन के शामिल होने की इच्छा से नाराज होकर ही रूस ने उसके खिलाफ युद्ध छेड़ रखा है, लेकिन इसके बावजूद NATO ने कहा है कि यूरोपीय देशों के लिए उसके दरवाजे खुले हैं।
इस विस्तार के पीछे सबसे बड़ा खेल अरबों डॉलर का वो फायदा है, जो हथियार बेचकर अमेरिकी कंपनियां और NATO के अन्य देशों की कंपनियां कमाती हैं।
ऐसे में चलिए जानते हैं कि आखिर क्यों NATO दुनिया में और विस्तार करना चाहता है? रूस क्यों करता है NATO का विरोध? अमेरिकी और NATO देशों की कंपनियां कैसे कमाती हैं अरबों डॉलर?
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