“ग्राम पंचायत इंदलपुर लालू में मनरेगा में धांधली के आरोप
रसूलाबाद कानपुर देहात ।
भारत सरकार द्वारा गरीबों को रोजगार दिए जाने को लेकर चलाई जा रहा मनरेगा योजना रोजगार सेवकों व ग्राम प्रधानों व ग्राम विकास अधिकारियों के लिए अच्छी कमाई का जरिया बनती देखी जा रही है । इस योजना में फर्जी हाजिरी डालकर काम न करने वाले लोगों के खातों में रुपए डालकर रोजगार सेवक व ग्राम प्रधान पर बंदर-बांट करने का आरोप लगाया गया है ।
इस तरह के घोटाले का पर्दाफाश करते हुए समाज सेवी हरिश्चन्द्र ने बताया कि मेरी ग्राम पंचायत इन्दलपुर लालू में मनरेगा कार्य में जो श्रमिक कार्य नही करते है उनकी फर्जी हाजिरी दर्शाकर रोजगार व ग्राम प्रधान की सांठ-गांठ से बैंकों में धन श्रमिको के नाम पर भेजा जा रहा है ।यह भी आरोप है कि आधा सैकड़ा लोग फर्जी श्रमिक बन कार्य कर रहे है और उन्ही के खातों में मोटी रकम भेजी जा रही है ।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मेरी ग्राम पंचायत में कुछ श्रमिक जो अन्य शहरों में रहकर लिमिटेड कंपनियों में काम करते है उन्हें भी श्रमिक दर्शाकर फर्जी हाजिरी के सहारे खातों में रुपए भेजकर फिर उन फर्जी श्रमिक से सौदेबाजी कर रुपयों का बंदर-बांट कर लिया जाता है।
आरोपों में यह भी कहा कि इस गोल माल की जानकारी सिर्फ रोजगार सेवक व कथित श्रमिक को ही रहती है यह भी आरोप है कि मेरी ग्राम पंचायत में जो लोग कपड़े की दुकानें भी किये उन्हें भी मनरेगा में श्रमिक दिखाकर रुपए निकाले गए है ।
उन्होंने यह भी बताया कि मेरी ग्राम पंचायत में उक्त खुशहाल लोग फर्जी मनरेगा मजदूर बन इस पवित्र योजना की धज्जियां उड़ाकर लाभ ले रहे है ।
ग्राम प्रधान पर लगाए गए
आरोप पर बातचीत की गई तो उनका कहना था कि लगाए गए आरोप संदेहात्मक है प्रशासन इसकी जांच करा सकता है ।रोजगार सेवक से भी वार्ता करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया ।